सुहैल काकोरवी, लिटरेरी एडिटर-ICN ग्रुप
हम दोनों के होंठों पे हकीकत नहीं आती
जो सिर्फ दिलों में है वो साअत नहीं आती
Does not break under upon our lips the very reality
That cherished moment never sets in, unfortunately
अब देख लिया रुए दिल आराम किसी का
अब दिल में मेरे ख्वाहिशे जन्नत नहीं आती
Saw now that heart resting delightful countenance
So enters not the desire of paradise in me hence
इस वक़्त फ़िज़ा बदली है भूलो ग़मे हिज्राँ
पास उसके तो हर रोज़ ज़रुरत नहीं आती
The atmosphere has changed, forget the agony of separation
Mind you the necessity does not waft every day to a loved one
ये हुस्ने तलब था कि सिखाई उसे जाए
वो कहने लगा हमको मोहब्बत नहीं आती
It was the elegance of desire, she wants to be taught
As she says that she is ignorant of love and knows it not
सर धड़ से जुदा जज़्बों का है धड़ से नहीं पर
वो क्या करे जब उसको मुरव्वत नहीं आती
Emotion’s head has been amputated from its torso, as she negated love bluntly
She is helpless as she is innocent of any kind of pity totally
उतने का इरादा करो इमकान है आ जाए
इतने में मेरे दिल पे क़यामत नहीं आती
Do that much and would possibly occur in the same destiny
For this much is not sufficient to fall doom upon me
वाक़िफ़ नहीं तुम जज़्बए दिल सोजे निहां से
कुछ कह के तो इंसान पे आफत नहीं आती
You are unaware of burning in the heart and passions of love absolutely
But beware disaster comes to a human being without presumption any
इससे ही तो रंगीन हैं लम्हाते रिफ़ाक़त
जब उसके मेरे बीच में उजलत नहीं आती
This makes our moments of love more colorful presently
When infiltrates not between her and me the hurry
है उसका कमाल उसकी हर इक बात है झूठी
इस बात पे उसको कभी ग़ैरत नहीं आती
Amazing that whatever she utters, all lie white lie
And she repents not upon that perhaps she is sly
झुंझला के वो बोले मेरी मोह्तांतरवी पर
तुम जाओ यहाँ से तुम्हे चाहत नहीं आती
Being desperate upon my over consciousness, she uttered,
Away go from here you know not how to love, I heard
मेहरूमे लताफत है मोहब्बत की कहानी
उसमें जो बसद शान मलामत नहीं आती
It misses elegance the tale of love’s within
Unless infamy with grandeur does not usher in
महदूद मेरी अक़्ल तो जलवों की नहीं हद
यूँ मेरे तसव्वुर में वो सूरत नहीं आती
My prudence is restricted and the splendor is out of bound
Therefore the desired countenance reaches not in the mind’s ground
उस लब पे तबस्सुम है मेरे लब पे नहीं है
आती है मुझे उसको शरारत नहीं आती
The Smile is thereupon her lips and not upon that of mine fraught
This manifests the fact I the mischief mongering while she is not
वो भागते हैं दिल मेरा लेकर नहीं रुकते
भूले से कभी उनमें शराफत नहीं आती
She runs away, taking in her possession my heart in romance
Gentleness she never practices, not even by chance
वो अपने निडर होने के देता है इशारे
तुममे तो सुहैल इससे भी हिम्मत नहीं आती
She gives tender signals of her fearlessness filled till the brim
Yet lover never gets inspired courage grows not in him
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साअत=छण,ग़मे हिज्राँ =जुदाई का ग़म ,हुस्ने तलब=मांगने का सौंदर्य ,इमकान =सम्भावना ,वाक़िफ़ नहीं तुम जज़्बए दिल सोजे निहां से=तुम अंदर की आग और प्रेण की भावना से अनिभज्ञ हो ,लम्हाते रिफ़ाक़त=संगत के लम्हे , उजलत =शीघ्रता ,ग़ैरत=लज्जा , मोह्तांतरवी=सतर्कता ,मेहरूमे लताफत=लालित्य से वंचित ,बसद शान मलामत=बदनामी बड़ी शान के साथ ,मुरव्वत =शालीनता ,महदूद =सीमित ,तसव्वुर =कल्पना